
फिरोजाबाद में अपराध नियंत्रण की नई पहल – ग्राम सुरक्षा समिति का नवाचारपूर्ण पुनर्गठन
फिरोजाबाद। अपराध और असामाजिक गतिविधियों पर सख्त नियंत्रण की दिशा में फिरोजाबाद पुलिस ने एक अहम कदम उठाया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक फिरोजाबाद के निर्देशन में जनपद में “ग्राम सुरक्षा समिति” का नवाचारपूर्ण पुनर्गठन किया गया है, जो ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को सशक्त और संगठित रूप प्रदान करेगा।
उत्तर प्रदेश पुलिस की “Zero Tolerance नीति” के तहत जनपद में कुल 1153 ग्राम सुरक्षा समितियों का गठन किया गया है, जिनमें शहरी क्षेत्र की 563 तथा देहात क्षेत्र की 600 समितियाँ शामिल हैं। यह समितियाँ पहले से कार्यरत समितियों का उन्नत व क्रियाशील रूप हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य स्थानीय नागरिकों की भागीदारी से अपराध पर अंकुश लगाना है।
20-21 जून की रात्रि में जनपद के समस्त थाना क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान नवगठित समिति सदस्यों के साथ संवाद स्थापित कर उन्हें सुरक्षा तंत्र की अहम कड़ी के रूप में सक्रिय किया गया। सभी क्षेत्राधिकारीगण, थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी मौजूद रहे। उन्होंने समिति सदस्यों को उनकी जिम्मेदारियों और कार्यप्रणाली की विस्तृत जानकारी दी और स्थानीय स्तर पर पैदल गश्त भी की।
ग्राम सुरक्षा समिति के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं:
रात्रि 11 बजे से सुबह 3 बजे तक पुलिस के साथ मिलकर गश्त करना।
गांव में होने वाली किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अपराध की सूचना तुरंत पुलिस को देना।
CCTV कैमरों की स्थापना में सहयोग और जनजागरूकता बढ़ाना।
गांव में पुलिस संपर्क प्रणाली को मजबूत बनाना।
लोगों में सुरक्षा की भावना और पुलिस के प्रति भरोसे को बढ़ावा देना।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक फिरोजाबाद ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और अपने गांव को संगठित, सुरक्षित व अपराधमुक्त बनाने में पुलिस का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि “ग्राम सुरक्षा समिति अब केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि अपराध नियंत्रण का एक प्रभावशाली मंच है।”